कांस्टेबल नीरोत्तम सिंह ने रिश्तेदार बन लूटा रिश्तेदार को पटवारी से सांठ गांठ कर बिकवा दी पुश्तैनी जमीन रिपोर्ट दर्ज

कांस्टेबल नीरोत्तम सिंह ने रिश्तेदार बन लूटा रिश्तेदार को पटवारी से सांठ गांठ कर बिकवा दी पुश्तैनी जमीन रिपोर्ट दर्ज



मरुधर हिन्द अपनों ने लूटा गैरों में कहां दम था इसी बात को चरितार्थ करते हुए जब सास बहू मैं कहासुनी से बहू सास से अलग रहने लगी इसी मौके का फायदा उठाते हुए एक दूर के रिश्तेदार नीरोत्तम सिंह जो पुलिस में सिपाही पद पर है ने नेवी में कैप्टन पद से रिटायरमेंट मानसिक रूप से कमजोर वृद्ध दंपत्ति जो चलने फिरने में असमर्थ है की करोड़ों रुपए की पुश्तैनी जमीन को पटवारी वह तहसीलदार से सांठ गांठ व फर्जीवाड़ा कर ओने पौने दामों में बैनामा करा कर रकम हड़प कर ली | वृद्ध दंपति की पुत्रवधू ने हरसोरा थाने में शनिवार को कांस्टेबल नीरोत्तम सिंह सहित मुंडावर तहसील दार हल्का पटवारी शामदा व हरियाणा राज्य के क्रेताओ के खिलाफ फर्जीवाड़ा भ्रष्टाचार जालसाजी छल कपट आपराधिक साजिश कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग एवं जान से मारने की धमकी तथा धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है |पुलिस ने बताया कि सुमन कंवर पत्नी गिरवर सिंह नरूका निवासी जीवन सिंह पुरा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसके ससुर राम सिंह (76) गंभीर बीमारी से ग्रसित है | गांव में उनकी पुश्तैनी जमीन है | वह उस पर काबिज हैं | साथ ही उनके पोता पोती ने पैत्रिक जमीन के अधिकार वह से को लेकर सहायक कलेक्टर मुंडावर के यहां केस विचाराधीन है | इसके चलते जमीन पर यथास्थिति बनाए रखने के आदेश हैं | लेकिन, आरोपियों ने आपराधिक षड्यंत्र रचकर वह धोखाधड़ी की नियत से उक्त जमीन का विक्रय पत्र 19 अप्रैल 2022 को राजवीर सिंह पुत्र आसाराम गुर्जर निवासी धोबी घाट बावल हरियाणा, राजेश पुत्र मुन्ना लाल सैनी जटवाड़ा थाना बावल हरियाणा के हक में कर दिया | यह सब कार्रवाई हल्का पटवारी शामदा राजेंद्र चौधरी, मुंडावर तहसीलदार रोहतास पारीक, मैं उनके दलाल नीरोत्तम सिंह पुत्र बाबू सिंह नरूका निवासी लिली थाना लक्ष्मणगढ़ ने कानून का उल्लंघन कर न्यायालय में वाद विचाराधीन होने के बाद भी बैनामा निष्पादित कर दिया |जबकि उपपंजीयक के यहां स्थगन आदेश का नोट लगा हुआ है | इसके बाद भी पटवारी व तहसीलदार ने भू- प्रबंधक अधिकारी व पदेन राजस्व अपील अधिकारी अलवर के आदेश का गलत तरीके से व्याख्या कर भ्रष्टाचार करते हुए बयनामा पंजीकृत कर दिया | साथ ही दोनों नामांतरण 13 दिन के अंतराल में स्वीकृत कर दिया गए | वहीं राज्य सरकार के आदेश अनुसार बेचान का नामांतरण 45 दिवस तक पंचायत द्वारा पंचायत फैसला नहीं किया जाता है| इसके बाद तहसीलदार के पास फैसले के लिए पेश होता है | रिपोर्ट में लिखा आरोपियों ने उसके ससुर के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उनके हस्ताक्षर फर्जी किए हैं | आरोपी नीरोत्तम सिंह रामगढ़ थाने में सिपाही पद पर कार्यरत है | उक्त आरोपी उसके और उसके परिवार को लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा है | पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है |