इसी को तो आम भाषा में कहते हैं जलवा’ जब कानून का पाठ पढ़ाने वाले व नियमों का पालन सिखाने वाले ही नियमों की धज्जियां उड़ाएंगे वह भी यातायात माह के दौरान तो कैसे सफल होगा अभियान

‘इसी को तो आम भाषा में कहते हैं जलवा’ जब कानून का पाठ पढ़ाने वाले व नियमों का पालन सिखाने वाले ही नियमों की धज्जियां उड़ाएंगे वह भी यातायात माह के दौरान तो कैसे सफल होगा अभियान

मरूधर विशेष /संवाददाता शिवकुमार मौर्य

यातायात माह की उड़ाई जा रही खुलेआम धज्जियां खैर जलवा तो है ही क्योकि बाइक कही और नही पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर खड़ी है बुलट बाइक बनी चर्चा का विषय आमतौर पर आपने प्रेस और पुलिस का बिल्ला लगी गाड़ी जरूर देखी होगी लेकिन आइए आपको एक अनोखी गाड़ी दिखाते हैं जिस पर लिखा है खाकी ,आम आदमियों के भारी भरकम चालान काट कर यातायात नियम पालन करने का सबक दिया जाता है, लेकिन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में खड़ी गाड़ी पर शायद इन महानुभावों की नजरें इनायत नहीं हुई है अब देखना यह होगा कि खबर प्रकाशित होने के बाद संबंधित अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं!