टला बड़ा हादसा: मेरठ में अंग्रेजों के जमाने का पुल टूटा, डस्ट से भरा ट्रक नहर में गिरा, चालक ने कूदकर बचाई जान

टला बड़ा हादसा: मेरठ में अंग्रेजों के जमाने का पुल टूटा, डस्ट से भरा ट्रक नहर में गिरा, चालक ने कूदकर बचाई जान

उत्तर प्रदेश संवादाता संगीता गौड़

मेरठ के सरधना में शनिवार सुबह एक बड़ा हादसा होने से टल गया। यहां सरधना में गंगनहर के पुल पर बना अंग्रेजों के जमाने का पुल अचानक धराशायी हो गया। पुल टूटने के दौरान यहां से डस्ट लेकर गुजर रहा एक ट्रक हादसे की चपेट में आ गया। ट्रक का पीछे का हिस्सा नहर में गिर गया। गनीमत रही कि हादसे में चालक सुरक्षित बच गया। बताया गया कि चालक ने समय रहते कूदकर अपनी जान बचाई। वहीं पुल टूटने से मार्ग पर आवागमन प्रभावित हो गया है।

जानकारी के अनुसार इस पुल का ब्रिटिश काल में बनवाया गया था। तभी से इस पर आवागमन जारी था। काफी पहले ही इस पुल का समय पूरा हो गया था, ऐसे में पुल कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता था। इसे लेकर क्षेत्रवासी लगातार नए पुल के निर्माण की मां कर रहे थे। लेकिन शनिवार को आखिरकार हादसा हो गया। आगे तस्वीरों में देखें ये हादसा।सरधना में सलावा झाल के पास गंगनहर का पुराना पुल टूटने से बड़ा हादसा टल गया। यहां पुल टूटते ही डस्ट से भरा ट्रक आधा नहर में गिर गया। बिजलीघर के निकट यह हादसा हुआ है। गनीमत रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि कई गांवो का आवागमन बंद हो गया है।बता दें कि सलावा गंगनहर का करीब सौ साल पुराने पुल पर ओवरलोड वाहनों का बेखौफ दौड़ना जारी थी। इसी कारण शनिवार को पुल आखिर बीच में से टूट गया। डस्ट से भरा ओवरलोड ट्रक आधा बीच मे लटकता हुआ झूलता रहा। यह दृश्य देखकर हर कोई दंग रह गया। हालांकि यह पुल दर्जनों गांवों को जोड़ता था।ग्रामीणों का कहना है कि यह पुल सौ साल से पुराना अंग्रेजी शासन का बना हुआ है। जर्जर हालत होने के बाद भी विभाग ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। इस लापरवाही के चलते बड़ा हादसा होने से बच गया।इसी पुल के नीचे से सलावा जल विद्दयुत ग्रह के लिए पानी जाता है। वहीं अब सलावा, जमालपुर, कुशावली, ज्वालागढ़, खेड़ा, अक्खेपुर सहित दर्जनों गांवों का आवागमन बाधित हो गया।

उत्तर प्रदेश वाराणसी मैं बिजली गिरने से बाइक सवार युवक की मौत, एक झुलसा, बेमौसम बारिश ने बरपाया कहर

वाराणसी में शुक्रवार शाम गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई। तेज हवा के कारण कई इलाकों में पेड़ गिरने से यातायात बाधित हो गया। ग्रामीण क्षेत्रों में तेज आंधी से घरों व दुकान पर रखे टिन शेड उड़ गए।शहर से लेकर गांव तक गरज-चमक और तेज हवा के साथ बारिश का सिलसिला बना रहा।

पिंडरा क्षेत्र के सगुनहां गांव में बारिश के दौरान बिजली गिरी। बिजली की चपेट में आने से बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई और एक अन्य युवक गंभीर रूप से झुलस गया। सूचना पाकर फूलपुर थाने की पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। वहीं, झुलसे दूसरे युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पिंडरा तहसील क्षेत्र के सगुनहां गांव निवासी प्रमेश पटेल उर्फ परमेशी (33) और पप्पू खैरवार (32) अपने गांव के शिव मंदिर से देर शाम बाइक से घर जा रहे थे। उसी दौरान तेज बारिश के बीच अचानक बिजली गिरी और वह उसकी चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए। पीड़ित परिवारों को मिलेगी मददगंभीर रूप से झुलसे हुए प्रमेश को परिजन दीनदयाल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि दो बेटों का पिता प्रमेश खेती करने के साथ ही एल्युमिनियम स्लाइडिंग का काम करता था। प्रमेश की मौत के बाद उसकी पत्नी नेहा की हालत बेसुधों जैसी थी।

वहीं, पप्पू को बाबतपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस संबंध में एडीएम (वित्त एवं राजस्व) संजय कुमार ने बताया कि मौके पर पिंडरा तहसीलदार गए थे। उन्होंने घटना की जानकारी लेकर परिजनों से संवेदना प्रकट की। पीड़ित परिवारों की सरकारी नियमानुसार मदद की जाएगी।

अधिकतम तापमान में सात डिग्री की गिरावट

शुक्रवार अलसुबह मौसम ने करवट लिया और बादलों के साथ ही बूंदाबांदी का सिलसिला शुरू हो गया। दिन चढ़ने के साथ ही धूप भी तेज हो गई। शाम को पांच बजे से मौसम का मिजाज फिर बदला और तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान में सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, वहीं न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस का बढ़ाव रहा। विभाग के अनुसार 24 घंटे में 0.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।

किसानों के माथे पर चिंता की लकीरेंतेज हवा के साथ हुई बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरी कर दी हैं। बेमौसम बारिश के कारण खेतों में कटी हुई फसल भीग गई और तेज हवा के कारण खड़ी फसल खेतों में गिर गई है। पिछले सप्ताह हुई ओलावृष्टि की वजह से क्षेत्र में फसलों को काफी नुकसान हुआ था और शुक्रवार की शाम को हुई बारिश से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ेगी। बारिश होने से अनाज के साथ-साथ भूसे के भी लाले पड़ जाएंगे।

सोनबरसां गांव के किसान अंकित श्रीवास्तव, भंदहां के घनश्याम सिंह, बर्थरा खुर्द के नथुनी यादव, अजांव के मदन गोपाल उपाध्याय कहते हैं कि बारिश के चलते किसानों को एक बार फिर झटका लगा है। ओलावृष्टि से जो पहले फसलें बचीं थीं। अब वह भी बर्बाद हो रहीं हैं। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय के अनुसार अगले 24 घंटों तक मौसम का रुख इसी तरह बना रहेगा।