पनिका समाज के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर सौंपा कलेक्टर को ज्ञापन

पनिका समाज के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर सौंपा कलेक्टर को ज्ञापन


मरूधर विशेष
राकेश कुमार बंसल छत्तीसगढ़


दिनांक 8/12/22 को पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में एक साथ एक ही दिन जाति पनिका समाज के द्वारा अपने अपने जिले में एक सूत्रीय मांग जो की पूर्ववत वर्ष 1971 के पहले संविधान मे पनिका जाति आदिवासी की श्रेणी मे रहा है और आज भी मध्य प्रदेश के 8 जिलों मे पनिका जाति आदिवासी श्रेणी मे मान्यता प्राप्त है किन्तु 8 दिसंबर 1971 को मध्य प्रदेश के 8 जिलों को छोड़ कर अन्य राज्यों मे पनिका जाति को आदिवासी श्रेणी से अलग कर दिया गया ” ज्ञापन के माध्यम अपनी जायज मांग वा अधिकार को पाने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य मे अपने अपने जिलों मे कलेक्टर महोदय के अनुसंशा के माध्यम से प्रदेश के सांसद /मुख्यमंत्री व देश के प्रधानमंत्री तक बात पहुंचे को लेकर ज्ञापन सौंपने का मुहिम चलाया गया। जो सतप्रतिशत सफल रहा । नवनिर्मित जिला मनेन्द्र गढ़ चिरमिरी भरतपुर के नवनियुक्त मान.कलेक्टर धुर्व जी को मनेन्द्रगढ़ पनिका समाज की तरफ से 120 की संख्या मे महिला / पुरुष व युवा वर्ग उपस्थित हो एकता का परिचय दिये जिसमे शामिल , महिला प्रकोष्ठ से रूपलता पनिका , कविता पनिका,इंदु पनारिया,अरुणा पनिका,द्रोपती पनिका, सुमरिया पनिका, जानती पनिका ,गौरी पनिका, मालती पनिका, रेखा पनिका, विमला पनिका, श्यामकली पनिका, रानू पनिका, रत्ना, राखी, सोनू, अनिता,ज्योति,मीना,राधा,माया और पुरुष प्रकोष्ठ से धर्मप्रकाश पनिका, रमेश कुमार पनिका, हेमलाल पनिका, जगदीश प्रसाद सुटी, श्याम लाल दरक्का,रमेश पंत,देवनारायण पनिका,प्रवीण बुनकर, शशि पनिका,कुमार प्रवीण,बिजेंद्र पनिका,भारत लाल पनिका,महावीर पनिका,रामकुमार पनिका,लालजी पनिका,लगानसाय पनिका,श्याम बिहारी पनिका,सोनू प्रसाद,मनीष दीवान, मुकेश पनिका, संजीव पनिका,तीरेन्द्र पनिका, अशोक पनिका, विमल प्रसाद पनिका, हेमंत पनिका, दीपक,राजा,सुमित पनिका,रोशन पनिका,संतोष दीवान, और भी समस्त पनिका परिवार के लोग शामिल रहे जिसमे मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी,भरतपुर,जनकपुर, खड़गवा, पसौरी, नागपुर, घुटरा, केलहरी, से पनिका समाज के लोग शामिल हो इस अभियान को सफल बनाये ।