विधायक कोटे का पैसा स्वीकृत कराने के लिए सरपंचों को देना पड़ता है कमीशन- पूर्व सरपंच रामजी लाल

विधायक कोटे का पैसा स्वीकृत कराने के लिए सरपंचों को देना पड़ता है कमीशन- पूर्व सरपंच रामजी लाल

मरुधर विशेष आमिर खान कामां
कामां-कामां विधायक व राज्यमंत्री जाहिदा खान कामां क्षेत्र में चहुंमुखी विकास का दावा कर रही है भ्रष्टाचार मुक्त शासन का शासन देने का वादा कर रही है लेकिन धरातल पर स्थितियां कुछ विपरीत नजर आ रही हैं लोगों में कांग्रेस सरकार व स्थानीय विधायक जाहिदा खान की कार्यशैली को लेकर व्यापक असंतोष देखा जा रहा है जिसका उदाहरण शुक्रवार को बिलौंद के भाजपा की जन आक्रोश यात्रा के दौरान देखने को मिला जहां ग्राम पंचायत बिलौंद के पूर्व सरपंच रामजी लाल उर्फ गुल्लू गुर्जर ने अपने भाषण में राज्यमंत्री जाहिदा खान की जमकर क्लास ली और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए सभा को संबोधित करते हुए पूर्व सरपंच गुल्लू गुर्जर ने कहा कि पंचायत समिति को ठेके पर दे रखा है इफ्फा नाम के व्यक्ति को ठेकेदार बना रखा है ₹20हजार रूपये देने पर मस्टरोल जारी होती है ₹20हजार रूपये देने पर ही बिजली की डीपी मिलती है एमएलए बजट की राशि स्वीकृत कराने के लिए कमीशन देना पड़ता है गुल्लू गुर्जर ने कहा कि जब वह सरपंच थे तो उन्होंने भी कमीशन देकर एमएलए बजट से राशि स्वीकृत कराई थी उनको भी मस्टरोल जारी कराने के लिए इफ्फा को पैसे देने पड़ते थे और राज्यमंत्री कह रही हैं कि क्षेत्र में विकास हो रहा है विकास क्षेत्र के लोगों का नहीं उनके परिवार का हो रहा है|
फोटो -सभा को संबोधित करते हुए पूर्व सरपंच रामजी लाल