मध्य प्रदेश मैं बारिश संग ओलों ने फेरा फसलों पर पानी, ग्वालियर में बिछ गई मनाली जैसी सफेद चद्दर ,गुना में 9.3 मिली वर्षा दर्ज, 20 जिलों में बारिश की संभावना
नई दिल्ली संवाददाता आशीष गौड़
मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार से तीन सिस्टम सक्रिय थे। एक तो पश्चिमी विक्षोभ, दूसरा उससे प्रेरित चक्रवात, जो राजस्थान के ऊपर सक्रिय था। तीसरा सिस्टम विदर्भ, छत्तीसगढ़ इलाके में बनी ट्रफ लाइन।एमपी के अलग-अलग जिलों में मौसम में तेजी से बदलाव आया है। ज्यादातर जिलों में तेज हवाएं और बारिश हुई है। जिससे मौसम में ठंडक आ गई है। लेकिन इससे ज्यादातर जिलों में किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। क्योंकि मौसम में आए इस बदलाव से उनकी कटी हुई फसल को नुकसान होने की आशंका बढ़ा दी है। एमपी में पिछले 2 दिनों में सबसे ज्यादा बारिश गुना जिले में दर्ज की गई है। यहां कुल 9.3 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई है। हर जिले में प्रशासन फसलों को हुए नुकसान का मुआयना कर रहा है।खेतों और सड़कों पर मनाली जैसे सफेद बर्फ दिखाई दे रही थी। मौसम विभाग ने कुछ क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि जारी रहने का अलर्ट जारी किया है। बीते एक सप्ताह से थोड़े-थोड़े अंतराल पर खराब हो रहे मौसम से फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और किसानों के चेहरे मायूस हैं। सबसे ज़्यादा बर्फबारी मोहना,घाटीगांव क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांवों में गिरे हैं।
बीते कुछ दिनों से मौसम में आए अचानक बदलाव से चिंतित ओलावृष्टि ने किसान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।मोहना और घाटीगांव क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांव में ओले गिरे हैं। ओलावृष्टि से किसानों की फसल चौपट हो गई है। करीब 20 से 25 मिनट तक कहर बरपाती ओलावृष्टि ने खेतों और सड़कों को बर्फ की चादर से ढक दिया। किसानों ने भारी नुकसान की बात कही है।
शुक्रवार की शाम 4:30 बजे अचानक मौसम बदला और काले बादलों से घिरे बारिश ने मोहना और घाटीगांव क्षेत्र के बड़कागांव, सेकरा, पतई, सभराई, रानीघाटी, बरहना, बनहारी गांवों में ओलावृष्टि के रूप में तेज बारिश हुई है। यहां करीब 15 मिनट तक चने और बेर के आकार के ओले गिरे। इससे किसानों के खेतों में खड़ी चना, गेहूं, सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से दुखी किसान प्रेम लाल कुशवाहा ने बताया कि चना, गेहूं, सरसों व मटर सहित अन्य फसलें तैयार हो चुकी हैं। काटने को तैयार हो गया। तेज हवा व पानी के साथ गिरे ओलों से खेतों में खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया।
ग्वालियर के घईगांव, आरोन, भितरवार पतई के गांव बराना, बड़कागांव, पतई, सवरई, शुभासपुरा, छगोंरा, तडई, रानीघाट, सेकरा, विकासखंड घाटीगांव का काफी क्षेत्र ओलावृष्टि की चपेट में आ गया है।
तो वही ग्वालियर चंबल संभाग के भितरवार और घाटीगांव में सड़कों पर भारी ओले गिरे। पूरी सड़क सफेद नजर आ रही थी। कुछ देर के लिए ऐसा लगा कि यह ग्वालियर नहीं बल्कि मनाली है। कुछ ही देर में ये वीडियो इंटरनेट पर वायरल भी हो गया है।