प्रेम विवाह करना पड़ा भारी, पति की मौत के बाद कंधा देने तक नहीं पहुंचे परिजन, मनेंद्रगढ़ पुलिस ने कराया अंतिम संस्कार दीया मानवता का परिचय

प्रेम विवाह करना पड़ा भारी, पति की मौत के बाद कंधा देने तक नहीं पहुंचे परिजन, मनेंद्रगढ़ पुलिस ने कराया अंतिम संस्कार दीया मानवता का परिचय

मरुधर विशेष, करन सोनी



एमसीबी/समाज में रूढ़िवादी परम्परा अब भी हावी है इसका जीता जागता उदाहरण बुधवार को मनेन्द्रगढ़ में देखने को मिला। जहां एक महिला को प्रेम विवाह करने के बाद पति को कंधा देने वाले रिश्तेदार तक नहीं मिले। अपनो ने जब बेसहारा बना दिया तो मनेन्द्रगढ़ सिटी कोतवाली पुलिस सहारा बनी। खुद कोतवाली प्रभारी सचिन सिंह मिसाल बने। सिटी कोतवाली प्रभारी ने पुलिसकर्मियों के साथ मृतक निक्की वाल्मीकि का अंतिम संस्कार उसके दो साल के बच्चे और पत्नी की मौजूदगी में किया।

सचिन सिंह दो साल के दुधमुंहे बच्चे के साथ शव को आग देते हुए नजर आए। मंगलवार की रात कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा के अमलीबहरा की रहने वाली सविता सिंह मनेन्द्रगढ़ थाने शव वाहन के साथ पहुंची और सिटी कोतवाली प्रभारी सचिन सिंह के सामने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि उसने प्रेम विवाह किया था। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के जखारा के रहने वाले निक्की वाल्मीकि की मौत के बाद उसकर शव के साथ वह आई है। प्रेम विवाह करने के कारण परिवार वालो से दूरी है तब कोतवाली प्रभारी ने रोती हुई महिला को चुप करा कर अंतिम संस्कार कराने की बात कही।

बुधवार सुबह सिटी कोतवाली प्रभारी सचिन सिंह अपने थाना स्टाफ के साथ अंतिम संस्कार की तैयारियों में लग गए और पुलिसकर्मियों को लेकर मुक्तिधाम पहुंचे। वहां हिन्दू रीति रिवाज के साथ मृतक के दो साल के बच्चे को गोद में लेकर मृतक को मुखाग्नि दिया और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी करवाई। पुलिस की इस पहल की सराहना की जा रही है।