कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में निरीक्षक करा रहे थे नकल, दिल्ली पुलिस का दावा; उम्मीदवारों से लिए 10 लाख रुपये
नई दिल्ली संवादाता सचिन शर्मा
दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल पद की भर्ती के लिए स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (एसएससी) द्वारा आयोजित परीक्षा में जांच एजेंसी ने एक बड़ा खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने अदालत में कहा है कि परीक्षा केंद्र के भीतर निरीक्षक ही उम्मीदवारों को नकल करा रहे थे।पटियाला हाउस स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश देवेंद्र कुमार जांगला की अदालत में दायर इस मामले की जांच रिपोर्ट में पुलिस द्वारा बताया गया कि यह परीक्षा देशभर में विभिन्न केंद्रों पर आयोजित की गई थी। कुछ केंद्रों में पेपर लीक होने की जानकारी मिलने पर जब जांच की गई तो पाया गया कि परीक्षा केंद्री के भीतर ही निरीक्षक उन उम्मीदवारों को उत्तर उपलब्ध करा रहे थे, जिनसे उन्हें आर्थिक लाभ मिला था।
पुलिस के मुताबिक इस बाबत भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत व पेंशन मंत्रालय के अवर सचिव ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबलों की भर्ती के लिए 27 नवंबर 2020 व 16 दिसंबर 2020 को देशभर में आयोजित कंप्यूटर बेस परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। इस शिकायत के आधार पर जब तफ्तीश शुरु की गई तो 27 उम्मीदवारों की गिरफ्तारी हुई। इनकी मदद परीक्षा केंद्र पर खुद निरीक्षकों ने की थी। इस संबंध में जांच के बाद पुलिस ने वर्ष 2022 में धोखाधड़ी, प्रतिरुपण, आपराधिक साजिश व सूचना व प्रौधोगिकी अधिनियम की धारा 66 डी के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
एमसीडी का एक शिक्षक भी बना आरोपी
पुलिस की रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली नगर निगम के स्कूल का एक शिक्षक भी इस धोखाधड़ी में शामिल पाया गया। इस शिक्षक की भूमिका को लेकर पुलिस ने रिपोर्ट में कहा है कि उसने मध्यस्थता की भूमिका निभाई। पुलिस का कहना था कि इस व्यक्ति की वजह से योग्य उम्मीदवार पिछड़ गए। ऐसे व्यक्ति के प्रति नरमी उचित नहीं है। अदालत ने पुलिस की दलील पर इस शिक्षक की अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दी है।
उम्मीदवारों से लिए 10 लाख रुपये
पुलिस ने जांच के दौरान जिन उम्मीदवारों को आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि उनसे परीक्षा केन्द्र में उत्तर हल करने के एवज में 10 लाख रुपये लिए गए थे।