*कैब चालको की खुलेआम लूट:एयरपोर्ट पर पर्यटकों को लूट रहे कैब चालक, एप पर 500 में बुकिंग, वसूली 800 से 1000 रु. तक
नई दिल्ली संवाददाता रीमा शर्मा
पुलिस और परिवहन विभाग की अनदेखी के चलते लेकसिटी पहुंचने वाले पर्यटकों को कैब चालक खुलेआम लूट रहे हैं. एयरपोर्ट से 20 किमी दूर शहर में पहुंचाने के लिए कैब कंपनी 400 से 500 रुपए में बुकिंग करती है, लेकिन ड्राइवर पर्यटकों से 800 से 1000 रुपए किराया वसूलते हैं.जबकि निगम द्वारा संचालित यूसीटीएसल की एसी बसों का किराया महज 100 रुपए है. कैब बुक करने के बाद अगर पर्यटक मनमाना किराया देने में आनाकानी करते हैं तो संचालक बुकिंग कैंसिल कर देते हैं.
फिर कैब कंपनी द्वारा कैंसिलेशन चार्ज भी पर्यटकों से ही वसूला जाता है. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद मंगलवार को भास्कर रिपोर्टर हकीकत जानने एयरपोर्ट पहुंचा. यहां आकर पता चला कि ओला-उबर सहित अन्य टैक्सी चालकों ने भी एयरपोर्ट से शहर आने के लिए मनमाना किराया निर्धारित कर रखा है. यही नहीं पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर इस किराए में भी बढ़ोतरी कर दी जाती है.
एयरपोर्ट से 7 शहरों के लिए रोज सफर करते हैं चार हजार यात्री
एयरपोर्ट से 7 शहरों के लिए रोज 22 फ्लाइटें संचालित हो रही हैं. चार हजार यात्री सफर करते हैं. कुछ पर्यटकों को उनके द्वारा बुक किए हुए होटल की गाड़ी लेने आ जाती है. बाकी ओला-उबर और टैक्सियों से शहर पहुंचते हैं. ऐसे में उन्हें कैब संचालकों द्वारा मांगा गया किराया देना पड़ता है.
सिंघु बॉर्डर इलाके में फ्लाईओवर खुलने के बाद भी शुरू नहीं हुई दिल्ली सरकार की बसें, यात्री हो रहे हैं परेशान
सिंघु बॉर्डर की ओर जाने वाला फ्लाईओवर।
दिल्ली के मुकरबा चौक से सोनीपत मार्ग के बीच सिंघु बॉर्डर इलाके में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने वाहनों के आवागमन के लिए करीब माह पहले फ्लाईओवर को खोल दिया है।जिसकी जानकारी दिल्ली सरकार के दिल्ली परिवहन निगम DTC और क्लस्टर बसों का संचालन करने वाली डिम्ट्स कंपनी को भी है, लेकिन इसके बाद भी डीटीसी और डिम्ट्स कंपनी ने नरेला से वायां सिंघु बॉर्डर होकर आजादपुर की तरफ जाने वाली सरकार की बसों को अभी तक संचालित नहीं किया गया है, जिसके चलते बड़ी संख्या में यात्रियों को परेशानी हो रही है।
डीटीसी प्रशासन ने करीब एक माह पहले कहा कि जल्द ही संबंधित विभाग सर्वे करेगा, लेकिन एक माह बीतने के बाद भी डीटीसी की बसें यहां से नहीं चलाई गई हैं। वहीं, डिम्ट्स कंपनी के अधिकारी भी यहां का दौरा कर चुके हैं, लेकिन अभी तक नरेला बस टर्मिनल से चलने वाली निर्धारित रूट की बसें यहां से नहीं चल रही है, जिसके चलते प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्रियों को परेशानी हो रही है। बता दें कि करीब एक साल से सिंघु बॉर्डर पर फ्लाईओवर के निर्माण कार्य के चलते यहां से बसों का आवागमन बंद कर दिया गया था।
दैनिक बस यात्रियों ने बताया कि यहां से आजादपुर जाने के लिए साधारण बसों में 15 और एसी बसों में 25 रुपये का बसों में टिकट है, जबकि यहां से जहांगीरपुरी मेट्रो तक आने वाले वाले निजी वाहन चालक प्रति सवारी से 30 से 50 रुपए वसूल रहे हैं। सरकारी बसों का संचालन नहीं होने से यात्रियों की जेबें ढीली हो रही हैं तो वहीं, ऐसे निजी वाहन चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं।