छात्र की हत्या, परम्परावादी समाज और जातिवादियों से सवाल–महेन्द्र ओझा

छात्र की हत्या, परम्परावादी समाज और जातिवादियों से सवाल–महेन्द्र ओझा

जयपुर। दिनेश लेखी। जालोर ज़िले की सायला तहसील के सूराणा गाँव की एक निजी स्कूल के शिक्षक ने पानी के मटके से पानी पीने पर एक दलित बच्चे इन्द्र कुमार को बेरहमी से पीटने पर उसकी मौत हो गई। ये घटना देश की आज़ादी के 75 साल बाद हमारे संविधान में दिए महत्वपूर्ण सुझाव लागू नही हुये , समाज बराबरी तक नही आ पाया हैं। छात्र की हत्या से परम्परावादी समाज पर कई सवाल खड़े करती है। घटना में एक बच्चे की मृत्यु हुई है, वह बच्चा यक़ीनन धर्म, जाति, राजनीति, देशविरोधी गतिविधि या अन्य किसी गैंग का हिस्सा नहीं होगा इतनी तो समझ शायद सभी में अवश्य ही होगी ? बच्चा केवल शिक्षक की जातिय घृणित संस्कृति, सभ्यता व विचारधारा की भेंट चढ़ा है। बहरहाल यहां विषय एक बच्चे की मृत्यु का है। कारण भी स्पष्ट जातिवाद है ऐसे में न्याय के मानक बदल क्यों जाते हैं ? भारत में बलात्कार की दलित पीड़िता हो या फिर जातिवादियों के हाथों मारे गए दलित हों, उन्हें सवर्णों की अपेक्षा इतनी उपेक्षा क्यों झेलनी पड़ती है ? सरकार किसी की भी हो, किसी भी राज्य की घटना हो सदा जातिय, धार्मिक मामलों में सदियों से आजतक न्याय के दोहरे मानक देखने को मिले हैं। मनु का यह विधान अब समाप्त होना चाहिए।आज भी हम किस प्रकार की मानसिकता के शिकार हैं। हमारे समाज पर ये बड़ा कलंक है। मैं महेन्द्र कुमार ओझा संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय सामाजिक न्याय एवं मानवाधिकार परिषद तथा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दलित सेना राजस्थान एवं पूर्व सदस्य उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय भारत तथा राष्ट्रीय सामाजिक न्याय एवं मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय, प्रदेश व जिला स्तर के कार्यकर्ताओं ने फैसला किया है कि दिनांक 16 अगस्त को जालोर जिले के सायला तहसील के सुराणा गांव जाकर मृतक के परिवार को सांत्वना व उचित न्याय तथा कठोर सजा व 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता के साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी राज्य सरकार को एक मांग पत्र जिला कलेक्टर जालोर को प्रेषित कर आग्रह किया जायेगा तथा सभी सरकारी व निजी विद्यालयों कार्यालय कॉलेजों संस्थानों में शिक्षकों छात्रों के पीने की व्यवस्था एक स्थान पर हो अभिभावकों व स्वतंत्र छुआछूत व भेदभाव विरोधी दस्ते का गठन कर राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय टीमों का गठन कर आंतरिक सर्वेक्षण करवाया जाए। जहां भी यह ऐसी व्यवस्था नजर आती है सख्त कार्रवाई कर ऐसी जातिवादी मनुवादी सामंती भेदभाव बरतने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए । और इन्द्र कुमार को न्याय मिले। उक्त प्रकरण को हमने दिनांक 14 अगस्त को सुबह 7 बजे चिराग पासवान जी, सांसद व राष्ट्रीय अध्यक्ष लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से बार्ता हुईं और इस प्रकरण को विस्तार से बताया उक्त प्रकरण को लेकर चिराग पासवान ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक पत्र के माध्यम से मृतक के परिवार को मुआवजा, तथा दोषी को कड़ी सजा दिलाने की मांग की गई तथा चिराग पासवान ने अशोक गहलोत से टेलीफोन पर भी इस प्रकरण को लेकर बार्ता की गई
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) तथा राष्ट्रीय सामाजिक न्याय एवं मानवाधिकार परिषद, दलित सेना राजस्थान के सदस्य इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता है। और सरकार से माँग करता है कि अपराधी को कठोर दंड मिले जिससे इस प्रकार की दूषित मानसिकता की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।