हरियाणा रेवाड़ी में दंपत्ति ने बच्चों के साथ खाया जहर, फिर पांचों के पैर रस्सी से बांधकर सिलेंडर में लगाई आग
नई दिल्ली संवाददाता आशीष गौड़
हरियाणा के रेवाड़ी जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां तीन मासूम बच्चों की जिंदा जलने से मौत हो गई. जबकि इन बच्चों के माता-पिता जिंदगी और मौत से जूझ रहे है अस्पताल में उनका इलाज जारी है.दरअसल, रेवाड़ी जिले के गढ़ी बोलनी में प्लॉट विवाद को लेकर दंपत्ति ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया फिर घर में रखे गैस सिलेंडर में आग लगा दी. पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट और जहर के पाउच भी बरामद हुए है.
तीन मासूम बच्चों की मौत
रेवाड़ी जिले के गढ़ी बोलनी निवासी 42 वर्षीय लक्ष्मण सिंह बावल की एक कंपनी में नौकरी करता है. शनिवार रात को वो अपनी पत्नी रेखा और 15 साल की बेटी अमीषा, 12 साल की बेटी निशा और 10 साल के बेटे हितेश के साथ सोया हुआ था. इस दौरान पति-पत्नी ने प्लॉट विवाद को लेकर आत्महत्या करने की ठानी. इस दौरान दोनो पति-पत्नी ने मिलकर पहले बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाया और फिर खुद खा लिया. इस दौरान दंपत्ति ने तीनों बच्चों के पैर और अपने पैर एक रस्सी से बांध लिए और घर में रखे दो सिलेंडरों के पाइप हटाकर उनकी गैस ऑन कर दी. जिसके बाद सिलेंडर को आग लगा दी. धमाके से घर का रोशनदान तक उड़ गया. वही धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पांचों को कमरे का दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला. तब तक तीनों बच्चों की मौत हो चुकी थी. वहीं दंपत्ति को गंभीर हालत में रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया.
जेठ पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप
पुलिस ने मृतक बच्चों का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया है. वही महिला के मायके पक्ष के लोगों ने कसौला पुलिस में शिकायत दर्ज करवाते हुए उसके जेठ और उसके परिवार पर प्लॉट विवाद को लेकर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. वही पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.