हरियाणा के यमुनानगर में खाकी फिर हुई दागदार : थाना प्रभारी व एएसआई 2 लाख रुपए घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार
यमुना नगर संवाददाता विमल चौहान
यमुनानगर में अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा। यमुनानगर में खाकी एक बार फिर दागदार हुई। पुलिस ने शहर के गांधी नगर थाना प्रभारी व एएसआई को 2 लाख रुपए लेकर केस से धारा बदलने तथा एक व्यक्ति का नाम एफआईआर से निकालने के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस ने बुधवार दोपहर दोनों आरोपितों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें एक दिन के रिमांड पर लिया गया। शिकायतकर्ता द्वारा इस संबंध में पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा को रिकार्डिंग समेत पूरे सबूत दिए थे।
पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ने बताया कि शहर के चांदपुर निवासी आशिक ने उनके पास शिकायत दी थी कि उसके भाई व पिता के खिलाफ 30 अगस्त 2022 को धारा 323, 379 बी तथा 506 के तहत झूठा मुकदमा गांधी नगर थाने में दर्ज हुआ था। जिसमें उसके भाई व पिता को उच्च न्यायालय चंडीगढ़ से अग्रिम जमानत मिल गई थी। उन्होंने इसकी निष्पक्ष जांच के लिए स्थानीय सेशन कोर्ट में अपील दायर की थी। जिसकी जांच गांधीनगर थाना प्रभारी सुभाष चंद व एएसआई संजीव कुमार कर रहे थे।
जब वह केस के संबंध में जांच अधिकारी एएसआई संजीव कुमार से मिले तो उन्होंने केस में से पिता का नाम हटाने और धारा 379 बी की जगह धारा 379 करने के नाम पर दो लाख रुपए की मांग की। आरोपितों ने उसे आश्वासन दिया कि वह केस में से उसके पिता का नाम हटाकर और धारा बदलकर अपनी रिपोर्ट जिला पुलिस अधीक्षक को भेज देंगे। शिकायतकर्ता आशिक ने उन्हें दो लाख रुपए दिसंबर 2022 में दे दिए थे। लेकिन चार महीने बाद भी केस में से न तो उसके पिता का नाम काटा गया और न ही धारा बदली गई।
जब उसने आरोपितों से पैसे वापस मांगे तो उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया। परेशान होकर पीड़ित आशिक पुलिस अधीक्षक से मिला। उसने पुलिस अधीक्षक को आरोपितों की रिकार्डिंग समेत सभी सबूत सौंप दिए। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने जांच का जिम्मा जिला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसलीन कौर व जिला पुलिस उपाधीक्षक राजीव कुमार की सौंपा। जांच के दौरान आरोपितों पर लगे आरोप सही पाए गए। जिसके आधार पर देर शाम गांधीनगर पुलिस थाना प्रभारी सुभाष चंद और एएसआई संजीव कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार किया गया।
महिला सब इंस्पेक्टर 5 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
हरियाणा के भिवानी में खाकी एक बार फिर से दागदार हुई है। महिला सब इंस्पेक्टर 5 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ी गई है। यह गिरफ्तारी भिवानी और हिसार विजिलेंस की संयुक्त टीम की ओर से की गई।रिपोर्ट के मुताबिक, भिवानी के बवानीखेड़ा पुलिस थाने में एक महिला का केस चल रहा था, जो कि कुछ पैसों की रिकवरी करने से जुड़ा मामला था। आरोप है कि इसी रिकवरी की बदले वहां तैनात और मामले की जांच अधिकारी महिला सब इंस्पेक्टर ने रिश्वत ली।
आरोपी एसआई की पहचान मुन्नी देवी के तौर पर हुई है। उन्होंने इस मामले में 5 हजार रुपये घूस के तौर पर मांगे थे। केस से जुड़ी महिला शिकायतकर्ता ने हिसार विजिलेंस टीम को इसकी शिकायत कर दी थी। इस शिकायत के आधार पर हिसार व भिवानी विजिलेंस की संयुक्त टीम ने ऐक्शन लिया। सब इंस्पेक्टर मुन्नी देवी को भिवानी लघु सचिवालय के पास 5 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया गया।