हरियाणा के रेवाड़ी में घर में आग लगने से 3 बच्चे जिंदा जले, मां बाप की हालत गंभीर
नई दिल्ली संवाददाता विमल चौहान
रेवाड़ी में एक घर में आग लगने से तीन बच्चे जिंदा जल गए. वहीं उनके माता पिता बुरी तरह झुलस गए हैं. जिनको रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया है. आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है.गढ़ी गांव रेवाड़ी में दर्दनाक हादसा हो गया. यहां एक ही परिवार के तीन मासूम बच्चों की जिंदा जलने से मौत हो गई. बच्चों के माता पिता भी बुरी तरह से झुलस गए. जिनका रोहतक पीजीआई में इलाज चल रहा है. सूचना मिलने पर कसोला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों बच्चों के शव का पोस्टमार्टम करवाया. बताया जा रहा है कि घर में आग लग गई थी. हादसे के वक्त पति पत्नी और तीन बच्चे घर में ही मौजूद थे. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.
पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक रेवाड़ी शहर के गढ़ी गांव बोलनी का रहने वाला लक्ष्मण एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है. लक्ष्मण का शनिवार देर रात किसी बात को लेकर परिवार में झगड़ा हो गया, जिसमें उसने अपने ही तीनों बच्चों के हाथ पैरों को रस्सी से बांध दिया. इसके बाद पूरे मकान में आग लग गई. धमाके की आवाज सुनकर पड़ोसी जितेंद्र और आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. आग लगने की सूचना पड़ोसी को लगी तो उसने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी.फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया. तब तक तीनों बच्चों की जलकर मौत हो चुकी थी. वहीं बच्चों के मां और बाप बुरी तरह झुलस गए. जिन्हें इलाज के लिए रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया है. अभी तक की जांच में सामने आया है कि उनकी रसोई में रखें दोनों सिलेंडर लीक थे. पड़ोसियों ने जब बच्चों को बाहर निकाला तो सभी के पैर रस्सी से बंधे हुए थे. मरने वालों में अनीसा, निशा और हितेश ने दम तोड़ दिया, जबकि लक्ष्मण व उसकी पत्नी रेखा की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है.
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रेवाड़ी में हार्ट अटैक से किसान की मौत, बेमौसम बारिश से सता रही थी फसल खराब होने की चिंता
हार्ट अटैक से रेवाड़ी में किसान की मौत हो गई. पुलिस ने किसान के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा. हार्ट अटैक की वजह बेमौसम बारिश बताई जा रही है.
रेवाड़ी: रविवार को धनोरा गांव रेवाड़ी में किसान की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से किसान की मौत हुई है.परिजनों के मुताबिक किसान को डर था कि कहीं ओलावृष्टि की वजह से उसकी सरसों की फसल खराब ना हो जाए. इस डर की वजह से उसे खेत में ही दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई. किसान की मौत की सूचना मिलने पर रेवाड़ी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवाया.
शव के पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने किसान के शव को परिजनों को सौंप दिया है. पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही किसान की मौत की असल वजहों का पता चल पाएगा. बता दें कि शनिवार को हरियाणा के ज्यादातर जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है. जिससे किसानों की गेहूं और सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है. धनोरा गांव रेवाड़ी के रहने वाले 48 वर्षीय किसान पवन कुमार ने चार एकड़ में सरसों की फसल उगाई थी.
इस बार श्रमिक ना मिलने के कारण पवन परिजनों के साथ मिल कर सरसों की कटाई कर रहे थे. दो एकड़ में उन्होंने सरसों की फसल काट ली थी, जबकि दो एकड़ में सरसों की कटाई शेष बची थी. शनिवार की शाम को वो खेत में सरसों की कटाई कर रहे थे. इसी दौरान बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई. सरसों की पकी फसल पर बारिश और ओले गिरते देख कर पवन कुमार खेत में ही गिर गए.
जिसके बाद परिजन पवन को अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. रेवाड़ी रोहडाई थाना प्रभारी धर्मपाल ने कहा कि परिजनों ने शिकायत दी है कि पवन अपने खेत में फसल की कटाई कर रहा था. अचानक उसके सीने में दर्द उठा और वो अचेत अवस्था में गिर गया. उन्होंने आनन फानन में पवन को अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. आज पुलिस ने पवन का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है.