निर्माणाधीन मकान के सेफ्टिक टैंक में डूबने से बालक की मौत, हादसे के बाद परिवार में मचा कोहराम

निर्माणाधीन मकान के सेफ्टिक टैंक में डूबने से बालक की मौत, हादसे के बाद परिवार में मचा कोहराम

नई दिल्ली संवादाता कृतिका राणा

लोनी में निर्माणाधीन मकान के सेफ्टिक टैंक में डूबने से बालक की मौत हो गई। 4 साल का बालक अपने भाई-बहन के साथ खेलते-खेलते वहां आ गया था। खोजबीन करने पर बच्चे का शव टैंक के पानी में तैरता मिला।इससे पीड़ित परिवार के होश उड़ गए। परिजनों ने कोई कानूनी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। बाद में शव को दफना दिया गया।

लोनी कोतवाली की रामपार्क कॉलोनी में आशू का परिवार रहता है। आशु का 4 साल का बेटा आहद सोमवार को भाई-बहन के साथ घर के बाहर खेल रहा था। इस दरम्यान वह पड़ोसी के निर्माणाधीन मकान में पहुंच गया। मकान के पिछले हिस्से में सेफ्टिक टैंक है। पानी से भरे टैंक में बालक जा गिरा। बालक को टैंक में गिरते किसी ने नहीं देखा।

देर शाम तक आहद का कोई सुराग न मिलने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की। बालक को ढूंढते-ढूंढते परिजन निर्माणाधीन मकान में पहुंचे। वहां सेफ्टिक टैंक में बालक का शव तैरता देख परिजनों के होश उड़ गए। वहां कार्यरत कुछ मजदूरों ने शव को बाहर निकाला। इस बीच आस-पास के नागरिक भी वहां आ पहुंचे।

सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर जाकर जांच-पड़ताल की, मगर पीड़ित परिजनों ने किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया। तदुपरांत पीड़ित परिवार ने बालक के शव को दफना दिया। मासूम की मौत के बाद से पिता आशु व मां फरजाना का रो- रोकर बुरा हाल है। उधर, पुलिस का कहना है कि इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है।

पिता ने खेला मौत का खेल: एक-एक कर 3 बच्चों को मार डाला, चिकन-मटन की तरह कुंदे पर लटका दीं लाशें

झीलों की नगरी उदयपुर में आज सवेरे जो नजारा पुलिस ने देखा, उसको देखने के बाद पुलिस के बड़े-बड़े अफसर सुन्न रह गए। छोटे-छोटे बच्चों की लाशें फंदे से लटकी हुई थी, मानो मीट शॉप पर चिकन मटन लटका हुआ हो ।

पुलिस ने वीडियो रिकॉर्डिंग करवा कर बच्चों की लाशें नीचे उतरवाई । उसके बाद पता चला कि पिता भी मृत है । उसकी भी लाश लटकी हुई है।

जब एक-एक करके बच्चों की लाशें निकालीं तो कांप गए हाथ

मौत का यह मंजर उदयपुर जिले के कोटडा थाना इलाके का है । आज सवेरे करीब 11:00 बजे पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली तो पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे । फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया और उसके बाद एक-एक करके सब की लाशें अस्पताल के मुर्दाघर में पहुंचाई गई ।

पिता ने 5 साल की मासूम बेटी को भी नहीं छोड़ा

उदयपुर के एसपी विकास शर्मा ने कहा कि हालात देखकर लगता है परिवार डिप्रेशन में था । पुलिस ने बताया 45 साल का रायसा तीन बच्चों का पिता था । उसकी लाश उसके घर में फंदे से लटकी हुई मिली। सबसे बड़ा बेटा जिसका नाम वाजपेई है, उसकी लाश पिता के साथ ही लटकी हुई थी । उसकी उम्र करीब 15 साल थी। छोटी बेटी जिसकी उम्र करीब 10 साल थी उसका नाम टिपरी है। वहीं सबसे छोटी बेटी जिसकी उम्र करीब 5 साल थी, उसका नाम किंजल था।

पड़ोंसियों ने बताई खौफनाक क्राइम के पीछे की कहानी

स्थानीय लोगों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बताया कि रायसा की पत्नी कुछ साल पहले चल बसी थी । तब से परिवार डिप्रेशन में था। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी । घर में एक मामूली सी किराना की दुकान थी जिसमें बहुत ही कम सामान था । परिवार के सामने भूखों मरने की नौबत थी। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि परिवार का मुखिया रायसा हमेशा तनाव में ही रहता था । वह बहुत तेजी से डिप्रेशन की ओर जा रहा था।

मंजर देख पुलिस के भी रोंगटे खड़े हो गए

पुलिस का मानना है कि बच्चों को जहर देने के बाद उनकी हत्या की गई और उसके बाद लाशों को इस तरह से फांसी पर लटका दिया गया । पुलिस हर एंगल से पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है। लेकिन मौत का मंजर रोंगटे खड़े करने वाला है।