*गाजियाबाद नगर निगम की कार्रवाई लाई रंग, शॉपिंग मॉल को सील करते ही जमा हुआ 1.41 करोड़ का हाउस टैक्स*
नई दिल्ली संवादाता पवित्रा शर्मा
गाजियाबाद नगर निगम की कार्रवाई का असर दिखने को मिल रहा है. दरअसल इंद्रपुराम स्थित एक मॉल को हाउस टैक्स जमा न करने पर सील किया गया था, लेकिन कार्रवाई के बाद प्रबंधक ने एक करोड़ 41 लाख रुपये हाउस टैक्स के रूप में जमा किया.गाजियाबाद नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स वसूली की कार्रवाई जोरों से चल रही है. जिसमें जोनल प्रभारियों की अहम भूमिका देखने में आ रही है. सभी जोनल प्रभारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में सम्मानित करदाताओं से ना केवल बकाया हाउस टैक्स जमा करने की अपील की जा रही है, बल्कि नियमानुसार कार्रवाई करते हुए कई स्थानों को सील भी किया गया है.
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ संजीव सिन्हा द्वारा बताया गया कि समस्त जोनों में हाउस टैक्स वसूली के लिए कार्रवाई चल रही है. कविनगर जोंन अंतर्गत आरडीसी राज नगर स्थित एक शॉपिंग मॉल को जोनल प्रभारी एसके राय द्वारा सील किया गया है. जिस पर 48 लाख रुपये बकाया टैक्स था. सील कार्रवाई होने पर 20 लाख रुपये टैक्स के रूप में जमा किए गए हैं. इसी प्रकार अन्य जोनों में भी संपत्ति कर की वसूली की गई है.
नगर निगम से मिली जानकारी के मुताबिक जोनल प्रभारी विवेक त्रिपाठी द्वारा अभियान चलाते हुए इंद्रपुराम स्थित एक मॉल को सील किया गया. सील की कार्रवाई करने के बाद मॉल की प्रबंधक ने एक करोड़ 41 लाख हाउस टैक्स जमा कराया. जिसके बाद सील को खोला गया. 1 करोड़ 80 लाख हाउस टैक्स की वसूली वसुंधरा जोन से की गई है.
नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ ने बताया कि समस्त संबंधित टीम को लक्ष्य निर्धारित करते हुए हाउस टैक्स वसूली के निर्देश दिए हैं. जिसके लिए अपील के साथ-साथ सील की कार्रवाई भी चल रही है. सभी जोनल प्रभारियों द्वारा मौके पर जाकर कार्रवाई की जा रही है. लगभग 2 करोड़ 25 लाख के हाउस टैक्स की वसूली की गई है. समस्त जोनल प्रभारियों सहित वरिष्ठ अधिकारियों को भी वित्तीय वर्ष के लक्ष्य पूर्ति के लिए निर्देशित किया गया है.
*यूपी के 18 बिल्डरों पर होगी बड़ी कार्रवाई, बैंक खाते सीज होंगे, प्रॉपर्टी बेचने पर लगेगी पाबंदी*
उत्तर प्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) से बड़ी खबर सामने आ रही है. रेरा ने रियल एस्टेट परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में लगातार गायब रहने वाले बिल्डरों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है.रेरा ने इन बिल्डरों के खातों को सीज करने जा रही है. साथ ही इन बिल्डरों पर जमीन की खरीद-बिक्री पर रोक लगाने की तैयारी है.
जल्द ही बैंक खाते होंगे सीज
दरअसल, रेरा की ओर से बीते 15 मार्च को रियल एस्टेट परियोजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में रेरा ने बिल्डरों को शामिल होने को कहा था. बावजूद इसके कई बिल्डर समीक्षा बैठक में उपस्थित नहीं हुए. रेरा के सचिव राजेश कुमार त्यागी ने बताया कि बैठक में लगातार गायब रहने वाले बिल्डरों के बैंक खाते जल्द ही सीज कर दिए जाएंगे. साथ ही इनकी परियोजना पर रोक लगाने के साथ-साथ जमीन की बिक्री और खरीद पर भी रोक लगाई जा सकती है.
बिल्डरों की मनमानी नहीं चलने देगा रेरा
रेरा सचिव राजेश कुमार ने बताया कि इसके अलावा इन बिल्डरों का भविष्य में पंजीकरण भी रद्द किया जा सकता है. सचिव राजेश कुमार का कहना है कि रेरा नियमन प्रणाली का सुचारु रूप से पालन न करने वाले बिल्डरों की मनमानी चलने नहीं दी जाएगी. सभी बिल्डरों को रेरा नियमों का पालन करना होगा. नियमों की अनदेखी करने वाले बिल्डरों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
इन बिल्डरों पर होगी कार्रवाई
रेरा सचिव राजेश कुमार ने बताया कि समीक्षा बैठक में गैर हाजिर रहने वाले 18 बिल्डरों पर कार्रवाई की गई है. इसमें वुडलैंड पैराडाइज़ रुद्राक्ष कल्पतरु, वुडलैंड मोहनलालगंज, वुडलैंड पैराडाइज़ विला (एल आई जी), गैलेक्सी हनुमंत अपार्टमेंट्स प्रयागराज, गैलेक्सी हाइट्स अपार्टमेंट्स प्रयागराज, गैलेक्सी डिवाइन ब्लेसिंग्स प्रयागराज, आनंदकुंज फेज 1 फिरोजाबाद, आनंदकुंज फेज 2 फिरोजाबाद, आनंदकुंज फेज 3 फिरोजाबाद, वैभव ग्रैंड वाराणसी, वैभव ग्रैंड 2 वाराणसी, वैभव रेसिडेंसी वाराणसी, आकार हाउसिंग डेवलपर्स वाराणसी, आकार हाउसिंह डेवलपर्स वाराणसी, आस्था इंफ्रा प्रोजेक्ट मथुरा, आस्था इंफ्रा प्रोजेक्ट मथुरा, आनंद एसबी आशियाना टी 2 कानपुर नगर और आनंद एसबी आशियाना टी 1 कानपुर नगर शामिल हैं.
गाजियाबाद नगर निगम की कार्रवाई लाई रंग, शॉपिंग मॉल को सील करते ही जमा हुआ 1.41 करोड़ का हाउस टैक्स*
