अलवर के प्याज पर दाम कम होने से किसान परेशान

अलवर के प्याज पर दाम कम होने से किसान परेशान
मरुधर विशेष रुपेश शर्मा,
अलवर:-देश में नासिक के बाद अलवर प्याज की दूसरी सबसे बड़ी मंडी है. अलवर में प्याज की बंपर आवक होती है. यहां से प्याज देश के कई हिस्सों में सप्लाई होती है. मंडी में प्रतिदिन 80 से 90 हजार कट्टे प्याज के बिकने के लिए आ रहे हैं. बारिश का प्रभाव होने के बाद भी अलवर में प्याज की बंपर पैदावार हुई है. शुरुआत में किसान को प्याज की फसल से काफी उम्मीद थी. नवंबर माह की शुरुआत में भी किसानों को प्याज के बेहतर दाम मिले. लेकिन अब दिसम्बर माह में उनको बुवाई के खर्च के बराबर भी दाम नहीं मिल पा रहा है.नवंबर की शुरुआत में किसानों को प्याज के लिए 20 से 25 रुपए किलो तक भाव मिल रहा था, लेकिन अब किसान परेशान हैं वही अलवर फल सब्जी मंडी आढ़ती सौरभ कालरा ने बताया कि अलवर की प्याज खैरथल की प्याज के नाम से पूरे भारत में महशूर है शुक्रवार को अलवर मंडी में 80 हजार प्याज के कट्टो की आवक हुई है अलवर की प्याज पंजाब, हरियाणा, यूपी, साउथ में जाती है लेकीन इस बार प्याज का भाव जमीनी स्तर पर है नासिक,महुआ की प्याज भी जा रही है जिससे किसानों को ठीक भाव नहीं मिल रहे हैं अलवर के किसानों की प्रति बीघा में नासिक की फसल के मुताबिक बहुत जायदा लागत आती हैंअलवर मंडी में इन दिनों 250 से 700 रुपए कट्टा (40 किलो) प्याज बिक रहे हैं. इस हिसाब से एक किलो के लिए किसानों को 8 से 12 रुपए तक ही मिल पा रहा हैकिसानों ने कहा किएक बीघा प्याज की फसल की बुवाई में 60 से 70 हजार रुपए का खर्च आता है. जबकि किसान को केवल बीज का पैसा मिल पा रहा है. पानी, बिजली व किसान की मेहनत इसके अलावा प्याज को मंडी तक लाने का खर्च भी किसान खुद वहन कर रहा है.