सच देखने के बाद भी पुराने ढांचे पर नगर पालिका ने बना दिया नाला
पानी निकासी को लेकर उठने लगे सवाल पर पालिका ने जारी किए नोटिस
आनन-फानन में तीन दुकान मालिकों को नोटिस हुए जारी मांगे दस्तावेज, पानी निकासी में रुकावट आने पर चिन्हित कर दिए जाएंगे नोटिस
मरुधर विशेष/ विजय सिंह
किशनगढ़ बास । अलवर जिले के किशनगढ़ बास में 40 साल पुराने खोदकर बाजार में सड़क के नीचे से निकाले गए ग्राम पंचायत के बनाए नाले का जीर्णोद्धार पर लाखों रुपया खर्च कर नगरपालिका की पानी निकासी की योजना में दोहरी नीति सामने आने पर लोग आवाज उठाने लगे है। एक तरफ जहां गंज रोड नाले पर बने दुकान मकानों के पट्टे निरस्त करने के लिए नगर पालिका जिला कलेक्टर को फाइल भेजकर सिफारिश कर चुकी है तो वही दूसरी तरफ 10 कदम की दूरी पर मैन बाजार में नाले पर बनी दुकान मालिकों को नोटिस तक नहीं दिए जाने के मामले में उठ रही आवाज पर मंगलवार को आनन-फानन में कार्रवाई कर नगर पालिका ने तीन दुकान मालिकों को नोटिस जारी करे है। 40 साल पुराना सच आंखों के सामने आने के बाद भी नगर पालिका अधिकारी आंखों पर पट्टी क्यों बांधे हैं यह तो वही जाने लेकिन यह हकीकत है की नाले के जीर्णोद्धार पर किया जा रहा लाखों का बजट केवल महज खानापूर्ति बनकर रह गया है। क्या लाखों का बजट खर्च करने के बाद गंज रोड मुख्य बाजार सहित आसपास की कॉलोनी गली मोहल्लों में होने वाली जलभराव की समस्या से लोगों को निजात अधिकारी दिला पाएंगे। यह तो बाद में मालूम चलेगा लेकिन वर्तमान में 10 फुट चौड़े नाले के पानी को 2 फुट चौड़े नाले से निकालने के लिए किए जा रहे निर्माण को देखकर नहीं लगता की पानी निकासी ठीक से हो पाएगी। विडंबना की बात यह है कि सब देखते हुए भी चेयरमैन पार्षद चुप बैठे है।
गौरतलब है कि शहर की वर्षों पुरानी पानी निकासी कि समस्या ठीक करने के लिए नगर पालिका एक तरफ तो जोहड़ खाई को साफ कराने के लिए 70 से 80 लाख का प्लान बना कर टेंडर लगाने जा रही है वही दूसरी और जोहड़ खाई में जाने वाले नाले के पानी के रास्ते पर दुकान मकान बना कर बैठे लोगों को बचाने का प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों का कहना है अगर नाले का पानी ही ठीक से नहीं जोहड़ तक पहुंच पाएगा तो फिर जोहड को साफ कराने के लिए टेंडर लगाए जाने का औचित्य क्या रह जाएगा। अगर अभी समय रहते नाला निर्माण के चलते पानी निकासी को व्यवस्थित नगर पालिका ने नहीं किया तो फिर बाजार को पानी में डूबने से कोई नहीं बचा पाएगा।
इस संदर्भ में पालिका के ईओ महेश गुर्जर का कहना है कि मेन बाजार में नाले के ऊपर बनी 3 दुकानों को चिन्हित कर अतिक्रमण मानते हुए मालिकों को नगर पालिका की ओर से नोटिस जारी किए गए हैं। जवाब में प्रस्तुत दस्तावेजों को देखने के बाद ही बताया जा सकता है की अन्य दुकानों के नीचे नाले हैं या नहीं। खुदाई के दौरान मिले पुराने नाले की सफाई करा दी गई है और पुरानी स्थिति में नाले का निर्माण कराया जा रहा है जिससे रास्ते को शुरू किया जा सके। इसके उपरांत जहा जहा भी पानी निकासी में रुकावट आएगी वहां अतिक्रमण चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
फोटो कैप्शन : मुख्य बाजार में जीर्णोद्धार कर बनाया गया पुराना नाला 10 फुट चौड़े 2 फुट नाले के मुंह से कैसे निकलेगा पानी।
सच देखने के बाद भी पुराने ढांचे पर नगर पालिका ने बना दिया नाला
