कानपुर की बांस मंडी की होजरी मार्केट मे अग्निकांड, व्यापारियों का दर्द, बोले- कर्ज लेकर जमा किया था माल, आग ने सब बर्बाद कर डाला
उत्तर प्रदेश संवादाता खुशरंग हिना
कानपुर में बांस मंडी रोड पर स्थित पांच व्यावसायिक इमारतों में हुए अग्निकांड में आंखों के सामने अपनी दुकानें जलती देख व्यापारी फूट फूटकर रो पड़े। कुछ व्यापारी बेहोश तक हो गए।उनकी खुशियां मातम में बदल गईं। ज्यादातर दुकानदारों ने ईद और सहालग के चलते कर्ज लेकर माल का स्टॉक कर रखा था।
वहां मौजूद व्यापारी और पुलिस कर्मियों ने उनका ढांढ़स बांधा। कपड़ा व्यापारी किदवई नगर निवासी अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि उनका रिचमैन गार्मेंट्स के नाम से मसूद कॉम्प्लेक्स और एआर टॉवर में एक-एक दुकान हैं। रात करीब तीन बजे आग लगने की सूचना मिली।
एक सप्ताह पहले ही लाखों रुपये का कर्ज लेकर माल का स्टॉक किया था। दमकल ने मसूद कॉम्प्लेक्स में लगी आग पर रात तक 80 प्रतिशत काबू पा लिया था, तभी अचानक पानी खत्म हो गया। जब तक पानी का दूसरा टैंकर आता आग ने फिर विकराल रूप घारण कर लिया। देखते ही देखते पूरी मार्केट जलकर राख हो गई।
आंखों के सामने धधक उठा पूरा टॉवर
गोविंदनगर निवासी भूपेंद्र सिंह राणा ने बताया कि मसूद टावर में आरएस ट्रैडर्स के नाम से दुकान है। उनका रेडिमेड का काम है। ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारी एआर टावर के प्रथम तल पर रखे हुए जूट की पेटी पर जा गिरी। इससे आग फैलती चली गई।
बोले- हमको माल नहीं निकालने दिया
गार्ड की सूचना पर वह परिवार संग मौके पर पहुंचे। हम लोग चिल्लाते-चिल्लाते थक गए कि हम लोगों को माल निकालने दिया जाए। लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया। देखते ही देखते पूरे टॉवर में आग लग गई। प्रशासन द्वारा आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे।
कर्ज लेकर मंगाया था माल, पूरा जलकर राख
गुमटी के अशोक नगर निवासी कमल कुमार की नफीस टॉवर में नेहा कलेक्शन के नाम से पांच दुकानें हैं। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि लोग कह रहे हैं कि आग बुझाने में कंट्रोल हो गया है, लेकिन आग अभी भी लगी है। दीवारें दहक रही हैं। बगल के हमराज कॉम्प्लेक्स, एआर टावर में अभी भी आग धधक रहीं है।
तीन दिन पहले मंगाया था लाखों रुपये का माल
किदवईनगर निवासी सुमन पांडेय ने रोते हुए बताया कि उनके तीन बेटे कृष्णा, अरविंद और सुधीर की हमराज कॉम्प्लेक्स में चार दुकाने हैं। तीन दिन पहले ही उनके बेटों ने बैंक से कर्ज लेकर लाखों रुपये का माल मंगाया था। इस अग्निकांड में चारों दुकान जलकर राख हो गया। सदमें में उनके तीनों बेटे बेहोश हो गए।
छह दुकानें जलकर राख, पूरा परिवार बर्बाद
ये कपड़ा व्यापारी खेमचंद्र दुसेजा ने बताया कि उनके परिवार की मार्केट में करीब दुकाने हैं। सभी जल गई हैं। पड़ोस की मार्केट से लगी आग से पूरा परिवार बर्बाद हो गया है। करीब ६० लाख रुपये का माल जलकर राख हो गया। पूरा माल बॉबे, सूरत, अहमदाबाद और दिल्ली से मंगाया था। वह अपने माल यूपी और बिहार में सप्लाई करते हैं।
ये ईश्वर की कृपा है कि मेरी दोनों दुकाने बच गई
व्यापारी जतिन टेकवानी इकलौते व्यापारी हैं, जिनकी दुकान बच गई। उनका मोहन ट्रेडर्स केनाम से एक दुकान एआर टावर और दूसरी मसूद कॉम्प्लेक्स में है। जतिन ने बताया कि उन्होंने हाल ही में 80 लाख रुपये का माल मंगाया था। ये ईश्वर की कृपा है कि मेरी दोनों दुकानें बच गई।
इन व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स में लगी आग
अरजन कॉम्प्लेक्स, एआर टॉवर, मसूद कॉम्प्लेक्स, हमराज कॉम्प्लेक्स और नफीस कॉम्प्लेक्स। चार से पांच मंजिला बनी इन व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स में डबल स्टोरी बेसमेंट भी बने हुए हैं। इन कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट से लेकर ऊपर तक आग लग थी। जबकि पीछे की तरफ मार्केट का कुछ हिस्सा आग से बचा गया था।
इन कॉम्प्लेक्सों तक नहीं पहुंची आग
बगल के सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स और अर्जुन टावर आग से बचे हैं। कॉम्प्लेक्स के पिछले हिस्से में सैकड़ों की संख्या में व्यापारी और उनके वर्कर जुटे हैं, जिसको दुकान में जैसे भी मौका मिल रहा है। माल निकालने में जुटा है। कोई टेंपों में माल लाद रहा है, तो कोई हाथों से माल दौड़-दौर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटा है।
यूपी, बिहार और नेपाल तक कानपुर से जाता है कपड़ा
कपड़ा व्यापारी रविशंकर दुबे ने बताया कि लुधियाना, मद्रास, कलकत्ता, मुंबई से माल आता है। जबकि यूपी, बिहार, दिल्ली और नेपाल तक माल जाता है। ईद की वजह से बड़ी मात्रा में व्यापारियों ने माल जुटाया था। महिलाओं के कपड़ों के मामले में कानपुर यूपी का सबसे बड़ा हब है।