चित्रकारी से ही मिली पहचान डिपंल मालवीय

*चित्रकारी से ही मिली पहचान डिपंल मालवीय*

मारवाड़ जक्शन :- प्रत्येक क्षेत्र व जाती में कुछ ऐसी प्रतिभाशाली बेटी जन्म लेती है जो परिवार का व समाज का नाम रोशन करती है और उनमें से कुछ प्रतिभाएं देश के विकास में योगदान देती हैं ऐसी ही एक प्रतिभाशाली बालिका जो रायपुर में एक छोटे परिवार में जन्म लिया जो आज चित्रकला के क्षेत्र में प्रसिद्ध है डिम्पल मालवीय का जन्म 10 जनवरी 1998 को आदिनाथ नगर ओढव ( अहमदाबाद ) में हुआ इनके पिताजी मदनलाल जी लोहार ओर माताजी लीला देवी है डिम्पल बचपन से ही एक होनहार बालिका है जिसने अपनी प्रारभिक शिक्षा रायपुर से की है इसके बाद अरावली काॅलेज कोलीवाड़ा से BCA किया डिम्पल मालवीय को बचपन से ही चित्रकारी का शौक था धीरे – धीरे उसमें आगे बढती गयी फिर उसे लगा कि मुझे इसी में अपना कॅंरियर बनाना है इसके लिए इसे एक योग्य व कुशल गुरु की आवश्यकता थी जो उसे सही दिशा दे सके डिम्पल मालवीय ने बताया की अंत में पूर्ण गुरु की खोज में निकल पड़ी मेरी खोज पूरी हुई ओर मुझे गुरु रुप में राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त व बम्बई की फिल्म नगरी के महशूर चित्रकार श्री आर. एस. राठौड़ ( बड़गाँव ) शिंवगज से मुलाकात हुई पहली बार मिलने पर मुझे लगा की जिस गुरु की खोज थी वो पूर्ण हुई फिर उनका सानिध्य व चित्रकारी कि बारीकियाँ सीखी और मैने कई सैलीब्रिटीज के चित्र बनाये साथ ही भाई प्रीतम मालवीय व परिवार का भी बहुत सप्रोर्ट रहा आज क्षेत्र में डिम्पल मालवीय किसी परिचय का मोहताज नहीं है वो कला चित्रकारी के क्षेत्र में आज एक जाना पहचाना सशक्त हस्ताक्षर है