दिल्ली पुलिस पकड़ा करोड़ों का ड्रग्स, 2 नाईजीरियाई समेत तीन गिरफ्तार ,तस्करों ने एक पार्टी में ड्रग्स की सप्लाई
नई दिल्ली संवाददाता सचिन शर्मा
दिल्ली पुलिस ने ड्रग तस्करों के एक गिरोह का भांडाफोड़ किया है। इस गिरोह से पुलिस ने भारी मात्रा में ड्रग्स का बरामद किया है जिसकी कीमत करोड़ो में हैं। जानकारी के अनुसार, तस्करों ने एक पार्टी में ड्रग्स की सप्लाई की थी।उस पार्टी से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो अफ्रीकी देश नाईजीरिया के हैं। आरोपियों की पहचान नाइजीरियाई नागरिक डेनियल और बेनेथ और दिल्ली के छतरपुर निवासी बलजीत उर्फ अमन (29) के रूप में हुई है।
इस मामले में पुलिस ने बताया कि उन्होंने भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद किया है। पुलिस की जानकारी के अनुसार, ड्रग्स की कीमत करोड़ों रुपए में है। आधिकारियों ने बताया कि उन्हें नाईजीरियाई नागरिकों के साथ मिलकर ड्रग सिंडिकेट चलाए जाने की सूचना मिली थी।
मामले के जानकार एक अधिकारी ने बताया कि एजीएस/अपराध शाखा के एएसआई महेश को सूचना मिली थी कि बलजीत नाइजीरियाई लोगों से मादक पदार्थों की खरीद के बाद तस्करी में शामिल है। उन्होंने बताया कि बलजीत के घर के पास एक जाल बिछाया गया और बाद में आरोपी के रूप में पहचाने गए एक नाइजीरियाई नागरिक ने स्कूटी पर आकर बलजीत को ड्रग्स से भरा पैकेट दिया। दोनों आरोपियों को पकड़ा गया। आरपियों के पास से 51 ग्राम कोकीन, 35 ग्राम एमडीएमए और 60 गोलियां बरामद की गई हैं। डेनियल द्वारा बलजीत को सौंपे गए पैकेट से एक्स्टसी बरामद की गई। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के दौरान आरोपी डेनियल ने खुलासा किया कि महरौली निवासी माइकल ने उसे बरामद ड्रग दिया था।
अधिकारियों ने बताया कि सूत्रों से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने आरोपी डेनियल और एक अन्य नाइजीरियाई नागरिक की निशानदेही पर महरौली में एक छापा मारा गया, जिसे डैनियल ने माइकल उर्फ बेनेथ के रूप में पहचाना और उसके कब्जे से 157 ग्राम हेरोइन, 57 ग्राम एमडीएमए और 28 गोलियां बरामद की गईं। आरोपी डेनियल ने यह भी खुलासा किया कि उसे माइकल ने ड्रग के कारोबार में फंसाया था, जो उसे हर एक ग्राम ड्रग्स की डिलीवरी के लिए 500 रुपये का भुगतान करता था।
अधिकारी ने बताया कि बलजीत द्वारा खरीदी गई ड्रग्स को वो अलग-अलग ग्राहकों को बेचता था। पूछताछ के दौरान, यह बात भी सामने आई कि आरोपी माइकल 2011 से अवैध रूप से भारत में रह रहा था।