दिल्ली में फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर तीन लोगों ने दिल्ली में रूसी नागरिक से की 20,000 डॉलर की ठगी, पुलिस ने शुरू की जांच

दिल्ली में फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर तीन लोगों ने दिल्ली में रूसी नागरिक से की 20,000 डॉलर की ठगी, पुलिस ने शुरू की जांच

नई दिल्ली संवाददाता सचिन शर्मा

दिल्ली में एक रूसी नागरिक से बड़ी ठगी की गई है।पुलिस के मुताबिक कुछ लोगों ने फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर रूसी नागरिक को अपना शिकार बनाया और उससे 20 हजार अमेरिकी डॉलर लेकर फरार हो गए।

समाचार एजेंसी एएनआई ने दिल्ली पुलिस के हवाले से बताया कि एक रूसी नागरिक, शुरलेवा डारिया ने 20,000 अमेरिकी डॉलर (16 लाख 46 हजार 240 रुपए ) की ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। रूसी नागरिक ने बतााय कि तीन लोगों ने कथित तौर पर फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर उसको ठगा।

रिपोर्ट के मुताबिक, तुगलक रोड थाने में आईपीसी की धारा 419, 420 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू कर दी है।गौरतलब है कि बीते दिनों सीबीआई ने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में चार फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया था जो फर्जी कॉल सेंटर तकनीकी सहायता की पेशकश के जरिये अमेरिकी नागरिकों से कथित ठगी करते थे। सीबीआई ने दिल्ली-एनसीआर में चार स्थानों पर तलाशी के दौरान उपकरण, विदेशी मुद्रा और तीन करोड़ रुपये से अधिक बरामद किए थे।

अंगूठाछाप पाहुल 1000 का लालच देकर ठग रहा था 17600 रुपये, साथी के साथ गिरफ्तार

यूपी के एक छोटे से गांव रायपुर नीदूर के रहने वाले पाहुल (32) के शातिर दिमाग को देखकर दिल्ली पुलिस हैरान है। पाहुल अनपढ़ है और अंगूठा लगाता है पर वह 1000 रुपये का लालच देकर किसी भी व्यक्ति से 17600 रुपये ठग लेता था।आरोपी पूरे उत्तर भारत में अब तक 800 से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपये ठग चुका है। 53 फर्जी बैंक खातों से सवा करोड़ रुपये का लेन-देन कर चुका है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ ने पाहुल को उसके साथी अखिलेश (30) के साथ गिरफ्तार किया है।

स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी पाहुल यूपी के भदोही में एटीएम के जरिए पैसा निकलवाता था। ठगी की रकम को जमा करने के लिए वह महाराष्ट्र के फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल कर रहा था। वहीं सिमकार्ड मध्यप्रदेश, पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा व बिहार से मंगाता था। पाहुल ने अकेले ही अपने इस गोरखधंधे को संभाल रखा था। स्पेशल सेल के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ज्योति नगर, दिल्ली निवासी एक महिला ने एनसीआरपी साइबर पोर्टल पर ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की तो पूरा मामला खुलकर सामने आया।

ऐसे करते थे ठगी: आरोपी खुद को एक कंपनी का कर्मचारी बताते हुए किसी भी शख्स को फोन करते थे। शख्स की पूरी जानकारी पहले से ही जुटाकर रखते थे तो और उसे बताते थे कि आपने हमारी कंपनी से ये-ये सामान खरीदा है। इसके लिए कंपनी आपको एक हजार रुपये का बाउचर दे रही है। उदाहरण के लिए कहते थे कि कंपनी 27 हजार का लैपटॉप आठ हजार रुपये में दे देगी। इसके लिए जीएसटी के नाम पर पीड़ित से 300 रुपये और लैपटॉप की कीमत के 8 हजार रुपये जमा करा लेते थे। फिर कहते थे कि आप 300 रुपये और आठ हजार रुपये अलग-अलग जमा करें। साथ दिए गए रुपये वापस कर देंगे। हालांकि आरोपी दोनों बार के रुपये लेकर कुछ भी वापस नहीं करते थे और फोन बंद कर लेते थे।

बाइक छोड़ खेतों में भागा
पुलिस जांच करते हुए नोएडा व भदोही पहुंची। इसके बाद टीम ने यहां 25 किमी पीछा कर गांव रायपुर नीदूर में मास्टरमाइंड पाहुल को घेर लिया। आरोपी बाइक को मैन रोड पर छोड़कर खेतों में घुस गया था। पुलिस ने उसे खेतों से ही दबोच लिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि वह दिल्ली, नोएडा व यूपी में कई कॉल सेंटर में काम कर चुका है। नोएडा में वह पहले भी गिरफ्तार हो चुका है।