दिल्ली की महिला की हत्या: देकर वारदात को अंजाम, 36 दिन गांव में घूमता रहा बनकर अंजान, ऐसे हुआ खुलासा
नई दिल्ली संवाददाता सचिन शर्मा
मंगलवार की रात को रुडियावास गांव में लोग अपने घरों में सोए हुए थे। मध्यरात्रि को अचानक सायरन बजाती पुलिस के वाहन गांव की गलियों से गुजरे तो लोगों की आंख खुल गई। कुछ बाहर निकले लोग नहीं समझ सके कि आखिर इतनी रात को गांव में क्या हो गया है जो इतनी पुलिस आई है। एक दूसरे से जानकारी लेनी शुरू कर दी। कुछ ग्रामीण हिम्मत करके पहुंच गए। पुलिस ने गांव से कस्ती मंगवाकर खुदाई शुरु कराई तो लोगों की सांसे अटक गई।
जैसे ही शव बाहर निकला लोगों के होश फाख्ता हो गए। पूरे दिन ये मामला गांव में चर्चा का विषय बना रहा। हर कोई हैरान था। पुलिस ने रुडियावास गांव में दिल्ली की महिला के साथ दुष्कर्म, अपहरण व हत्या के मामले की जानकारी किसी भी ग्रामीण को नहीं थी। मंगलवार की रात को जब गांव में पुलिस के वाहन पहुंचे तो इसे बाद कुछ लोगों को इस मामले की जानकारी हुई।जब ग्रामीणों ने मामले का पता चला तो काफी संख्या में ग्रामीण वहां पर पहुंच गए। ग्रामीणो के अनुसार पुलिस आरोपी को साथ लेकर गांव में पहुंची थी। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से गांव से कस्ती मंगवाई। पुलिस के साथ आए एक बुजुर्ग के बताए स्थान पर पुलिस ने खुदाई शुरू कराई। ग्रामीणों ने बताया कि उस समय सांसे मानो थम सी गई थी।जैसे ही शव बाहर निकला लोगों की रुह कांप गई। गांव व आस पास क्षेत्र में दिन भर यह मामला चर्चा का विषय बना रहा। चौक चौराहों पर इसी की चर्चा थी। पुलिस के अनुसार आरोपी पूरे 36 दिन तक मामले को दबाए रहा। गांव में अंजान बनकर घूमता रहा। जब पुलिस वहां पहुंची तो उसे पता चला की पुलिस मामले का पूरी तरह से पता लगा चुकी थी।दरअसल, फरवरी में रुपये देने का लालच देकर दिल्ली निवासी एक महिला को गांव रूड़ियावास बुलाकर अपहरण और दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई। सबूत मिटाने की नीयत से उसके शव को सरसों के खेत में गड्ढा खोदकर दबा दिया गया। 36 दिन बाद मोबाइल फोन की लोकशन ने हत्या का राज खोल दिया। महिला से अंतिम बार हुई बात के आधार पर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।खुदाई की कराई वीडियोग्राफी
मामला बेहद संगीन था। लिहाजा पुलिस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी। इस कारण पुलिस ने आरोपी के बताए स्थान पर खुदाई की पूरी वीडियोग्राफी कराई। खुदाई से लेकर शव निकालने और सीज करने तक की पूरी वीडियोग्राफी कराई गई। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए झज्जर के सामान्य अस्पताल में भिजवाया। जहां से शव की हालत गली-सड़ी होने क कारण उसे पोस्टमार्टम के लिए रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया।