दिल्ली के द्वारका में फ्लैट बनाने का झांसा देकर निवेशकों से सौ करोड़ की ठगी, पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली संवाददाता सचिन शर्मा
द्वारका इलाके में डीडीए लैंड पूलिंग के तहत जमीन लेकर फ्लैट बनाने का झांसा देकर निवेशकों से करीब सौ करोड़ की ठगी करने वाले दो आरोपियों को मंगोलपुरी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है।आरोपियों के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा में मामला दर्ज है और दोनों को अदालत ने इस मामले में भगोड़ा करार दिया है। मंगोलपुरी थाना पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी की सूचना आर्थिक अपराध शाखा को दे दी है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान ककरौला गांव निवासी विष्णु कुमार और गणेश नगर निवासी रोहिल कुमार के रूप में हुई है। 11 मार्च को द्वारका कोर्ट ने दोनों को भगोड़ा करार दिया था। 26 मार्च को मंगोलपुरी थाना पुलिस को भगोड़ा आरोपियों के एक होटल के पास आने की जानकारी मिली। पुलिस की टीम ने होटल के पास घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि दोनों द्वारका हाइट्स नाम के कंपनी के प्रबंधक थे।
इनलोगों ने लोगों को बताया कि डीडीए से जमीन खरीदी गई है और इसपर शानदार फ्लैट्स बनाए जाएंगे। लोगों को झांसा देकर आरोपियों ने इनसे करीब सौ करोड़ रुपये की ठगी कर ली। मंगोलपुरी थाना पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी की सूचना आर्थिक अपराध शाखा को दे दी है। आर्थिक अपराध शाखा ने साल 2020 में दोनों आरोपियों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद फर्जीवाड़ा और ठगी का मामला दर्ज किया था।
दिल्ली में हेड कांस्टेबल लापता, तीन दिन बाद भी नहीं मिला कोई सुराग
दिल्ली पुलिस का हेड कांस्टेबल के लापता होने का मामला सामने आया है. पुलिस पिछले तीन दिनों से उसकी तलाश कर रही है, लेकिन उसका अभी सुराग नहीं मिला है.दिल्ली कैंट सर्किल में तैनात एक हेड कांस्टेबल के लापता होने की गुत्थी अभी नहीं सुलझी है.बताया जा रहा है कि 25 मार्च को सुबह उसे किडनैप किया गया था. जब वह सुबह के समय वीआईपी रूट पर लगी ड्यूटी के लिए जा रहा था. सूत्रों के अनुसार लापता हेड कांस्टेबल के कॉल डिटेलस की जांच की गई तो कुछ महिलाओं के नंबर मिले हैं, जिनसे हेड कांस्टेबल की लगातार बातचीत होती रहती थी. उनसे पूछताछ की जा रही है.
पता चला कि वे सभी महिलाएं हेड कांस्टेबल की दोस्त है. पुलिस कई एंगल पर जांच कर रही है. आखिर उनका किडनैप में कोई पुरानी रंजिश तो नहीं थी. जो महिला दोस्तों की बात सामने आ रही है वह तो किडनैपिंग का कारण नहीं है. 25 मार्च को सुबह लापता हुए हेड कांस्टेबल का आज तक पता नहीं चल पाया है. इस मामले को लेकर द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त से अपडेट जानकारी लेने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
हेड कांस्टेबल ने कॉल करके पत्नी को बताया कि उसका किसी गाड़ी के साथ टक्कर हो गया है, जिसके बाद उन लोगों ने उसके साथ मारपीट की और वह अपने साथ ले जा रहे हैं. उसके बाद से उसका फोन स्विच ऑफ हो गया है. उसकी पत्नी ने इस मामले में पुलिस को सूचना दी. इस मामले में द्वारका सेक्टर 23 थाने में किडनैपिंग का मामला पुलिस ने दर्ज किया है. दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल के किडनैप होने की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया. लोकल पुलिस के साथ-साथ दूसरी एजेंसियां भी छानबीन में जुट गई. वह परिवार के साथ पालम विहार एक्सटेंशन में रहता है. सुबह जब वह ड्यूटी के लिए जा रहा था, तो रास्ते में द्वारका सेक्टर 20 में मार्बल मार्केट के पास उसके साथ इस तरह की घटना हुई. वारदात वाली जगह पर परिवार वाले पहुंचे. वहां पर हेड कॉन्स्टेबल की कार जरूर मिल गई, लेकिन उसका पता नहीं चला पाया. पत्नी ने बताया कि घर में सब कुछ ठीक-ठाक है, उसका किसी से रंजिश भी नहीं है.