दिल्ली-NCR में बारिश के साथ गिर सकते हैं ओले, गुलाबी ठंड की वापसी
नई दिल्ली संवादाता आशीष गौड़
दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को तेज बारिश के कारण मौसम सुहाना हो उठा है. आईएमडी के अनुसार अगले 2 से 3 दिनों तक मौसम ऐसा ही रहने वाला है. संभावना जताई जा रही है कि राजधानी में शाम तक बारिश के साथ ओले भी पड़ सकते हैं.मौसम में बीते कई दिनों से हल्की ठंड भी महसूस की जा रही है. मौसम विभाग की माने तो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ के कारण मैदानी इलाकों में असर देखने को मिला रहा है. मौसम विभाग ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित उत्तर भारत के कुछ राज्यों में अगले दो दिनों तक ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना व्यक्त की है. इस मौसम ने सभी चौंका दिया है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि जिस तरह से फरवरी काफी गर्म बीता, उसी तरह से मार्च भी बीतने वाला है. मगर मार्च में गुलाबी ठंड की वापसी हो चुकी है.
IMD द्वारा 21 मार्च तक तेज हवा चलने के आसार बने हुए हैं. वहीं कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी देखी जा सकती है. वहीं छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु सहित कई राज्यों में गरज के साथ आंधी-तूफान बारिश का अलर्ट है.तापमान में होगी गिरावट
मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री नीचे गिर सकता है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण मैदानी क्षेत्र के साथ पहाड़ी इलाकों में बारिश का असर दिखेगा. दिल्ली के कई भागों में रविवार को ओलावृष्टि देखने को मिली. इसके कारण अधिकतम तापमान में औसत से 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई. यह 28 डिग्री सेल्सियस तक रहा. इस दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, बारिश ओलावृष्टि की वजह से खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है. इसके साथ अलावा तेज हवाओं से कमजोर ‘कच्चे’ घर गिर सकते हैं. ऐसे घरों में रहने वालों को हिदायत दी गई है कि वह सतर्क रहें.
*हरियाणा के कई जिलों में रात को जमकर बारिश, किसानों की मेहनत पर फिरा पानी, फसलों में नुकसान
हरियाणा में मौसम में लगातार बदलाव हुआ है। जिसके कारण पिछले दो दिन में कई जिलों जमकर बारिश हुई है। जिसके कारण किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है। वहीं शहर के इलाकों में जलभराव हुआ हैहरियाणा में मौसम में आए बदलाव के बाद पिछले दो दिन में जमकर बारिश हुई। कुरुक्षेत्र में 44 एमएम बारिश दर्ज की गई वहीं सबसे ज्यादा बारिश इस्माईलाबाद क्षेत्र में 60 एमएम तो शाहाबाद में 55 एमएम बारिश हुई। सोमवार दोपहर बाद से देर रात तक बारिश जारी रही, जिससे गेहूं व सरसों की फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है।
कृषि अधिकारियों के पास शिकायतें आनी शुरू
रविवार से लेकर मंगलवार सुबह तक थानेसर में 46 एमएम, पिहोवा में 44 एमएम, लाडवा में 30 व बाबैन में 31 एमएम बारिश दर्ज की गई है। वहीं आज मंगलवार को सुबह हल्की धूप खिली तो किसानों ने राहत महसूस की। इससे पहले हुई बारिश के चलते गेहूं व सरसों की फसल में हुए नुकसान से किसान बेहद चिंतित है और कृषि अधिकारियों के पास शिकायतें आनी शुरू हो गई है।वहीं कृषि विभाग ने भी अपने स्तर परत नुकसान की जांच शुरू कर दी है। कृषि उपनिदेशक डॉ प्रदीप मील का कहना है कि अभी उनके पास मोबाइल पर ही नुकसान की सूचना आने लगी है, लेकिन अपने स्तर पर भी पता कराया जा रहा है कि आखिर बारिश के चलते फसलों में नुकसान की क्या स्थिति रही है।
छह माह से तैयार गेहूं की फसल पर फिरा बारिश का पानी
यमुनानगर। जिले में रात 2 बजे बारिश शुरू हो गई थी। सोमवार सुबह से लेकर आज तक जिले में औसतन 24 एमएम बारिश हुई है। रातभर बारिश होने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी गेहूं की काफी फसल खेतों में बिछ गई। बारिश के साथ रात को तेज हवाएं भी चली, जिसे गेहूं सहन नहीं कर सकी और जमीन पर बिछ गई। जिले में गेहूं का रकबा 90 हजार हेक्टेयर है। किसानों ने खराब हुई फसलों की विशेष गिरदावरी करवा कर मुआवजा देने की मांग की है।
हल्की धूप निकलने से किसानों को राहत
वहीं सड़कों किनारे व निचले इलाकों में बारिश का पानी जमा होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़कों पर जाम की स्थिति रही। दो दिन से हो रही बारिश के कारण जिले का तापमान 8 डिग्री तक लुढ़क गया। आज जिले का अधिकतम तापमान 20 व न्यूतनम 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा बारिश जगाधरी में 47 एमएम, बिलासपुर में 16 एमएम, रादौर में 27 एमएम, छछरौली में 21 एमएम, सरस्वतीनगर में 19 एमएम, साढौरा में 12 एमएम व प्रतापनगर में 20 एमएम बारिश हुई है। आज सुबह 10 बजे के बाद हल्की धूप निकलने से किसानों को राहत मिली है।