ग्राम बंबोरा किशनगढ़ बास में नट समाज के घरों के ऊपर संकट का मामला।
डॉक्टर पंकज गुप्ता के नेतृत्व में आंदोलन के बाद प्रशासन आया हरकत में, बुलाया वार्ता के लिए।
मरुधर विशेष चीफ रिपोर्टर युवराज शर्मा
ग्राम बंबोरा किशनगढ़ बास में नट समाज के घरों के ऊपर तार बंदी, पानी संकट, स्थानीय सरकार द्वारा नट समाज के रहने के स्थान पर स्टेडियम बनाने की योजना और फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा उद्घाटन किए जाने की सूचना के विरोध में आंदोलन रत ब्रजभूमि कल्याण परिषद के डॉ पंकज गुप्ता एवं घुमंतु विभाग की जन अधिकार समिति के अश्वनी जावली को उपखंड अधिकारी किशनगढ़ बास द्वारा वार्ता के लिए बुलाकर उपखंड कार्यालय ने उक्त मामले पर डॉक्टर पंकज गुप्ता, उनकी टीम अश्वानी जावली, गोपी सिंह गुर्जर एवं नट समाज के रहवासियों को वस्तुस्थिति से अवगत करवाया।
आज डॉक्टर पंकज गुप्ता एवं अश्वनी जावली के नेतृत्व में 100 से अधिक महिला पुरुष बच्चो और समाज के लोगो के साथ पहुंच कर उपखंड अधिकारी किशनगढ़ बास से मिले। उपखंड अधिकारी किशनगढ़ बास ने अपने कार्यालय पर यह आश्वासन दिया इस बस्ती के लिए एक बीघा में पुनर्वास की प्रक्रिया चालू करदी गई है और एक बीघा और अधिक भूमि के लिए भी नोटशीट चला रहे हैं और नियमानुसार बिना इस बस्ती का पुनर्वास करे इस बस्ती को नही उजाड़ा जावेगा, फिर वार्ता में उनके मंदिर और पुरखो की समाधि का मसला आने पर उन्होंने 11.11.2022 को उक्त बस्ती का अवलोकन कर जमीन देखने का आश्वासन दिया, साथ ही बस्ती हेतु पानी की व्यवस्था का भी आश्वासन दिया एवं सरपंच फूलसिंह बबोरा को बुलाकर भी बस्ती की समस्या को निबटाने के निर्देश दिए।
ज्ञात रहे कि ग्राम बंबोरा किशनगढ़ बास में 30 40 वर्षों से नट समाज के 50 परिवार पक्के घर बना कर वर्षों से रह रहे हैं वहा पर समाज के 2 मंदिर भी बने हुए हैं, सरकारी राशन कार्ड, वोटर आई डी है, सरकारी बोरिंग है, बिजली का कनेक्शन है, पहले नल भी थे, और बिल्कुल बस्ती की तरह परिवार बसे हुए हैं । पिछले दिनों किशनगढ़ बास की सरकार ने इस क्षेत्र की तार बंदी कर दी, बस्ती के रास्तों को बंद कर दिया है, पानी का बोरिंग सूखने पर अब पानी की व्यवस्था नहीं की जा रही है, चारो तरफ गड्डे कर दिए और बुजुर्गो की समाधि स्थल को भी नुकसान पंहुचा रहे हैं और पिछले दिनों राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा खैरतल से डिजिटल रूप से इस क्षेत्र में स्टेडियम का उद्घाटन करने की सूचना पर डॉक्टर पंकज गुप्ता के नेतृत्व में गत शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट में धरना और एडीएम नवीन यादव को ज्ञापन देने के बाद प्रशासन हरकत में आया और पुनर्वास की प्रक्रिया को चलाया गया। इस मौके पर बस्ती वासियों को अश्वनी जावली और डॉक्टर पंकज गुप्ता ने संबोधित किया। मौके पर ब्रजभूमि कल्याण परिषद के अन्य कार्यकर्ता प्रेम प्रकाश शर्मा, संतराम अरोड़ा, मनोज कुमार शर्मा, यशवंत कुमार गुप्ता आदि कार्यकर्ता और नट समाज के 100 से अधिक लोग उपस्थित थे। उद्बोधन करने वाले नेताओं ने सभी रह वासियों को विश्वास दिलाया कि बिना उनका पुनर्वास करे क्षेत्र से उन्हे कोई भी दरबदर नहीं कर पाएगा
मोके पर काफी संख्या में बस्ती वासी लख्मी चंद नट, रुस्तम सिंह नट, लाखन सिंह नट, अजान सिंह नट, मदन नट, बाबूलाल नट, सतीश नट, राकेश नट, संतोष नट, सूरज नट, सीमा नट, सरोज नट, सुनीता नट, लता नट, कमलेश नट, दिनेश बाई नट, मीना नट, बाला नट, गोपीसिंह गुर्जर आदि उपस्थित थे। इससे पूर्व भी बृज भूमि कल्याण परिषद के डॉक्टर पंकज गुप्ता,अश्वनी जावली ने इस मुद्दे पर सितंबर माह में ग्राम बंबोरा में आंदोलन किया था और फिर जिला कलेक्टर अलवर में विरोध मार्च निकाला था और तीन नवंबर को भी ग्राम बंबोरा में धरना दिया था, एवं अभी गत शनिवार दिनाक 5 नवंबर 2022 को जिला कलेक्ट्रेट अलवर में धरना और एडीएम नवीन यादव को ज्ञापन के बाद प्रशासन हरकत में आया और पुनर्वास की कार्यवाही में तेजी आई।
ग्राम बंबोरा किशनगढ़ बास में नट समाज के घरों के ऊपर संकट का मामला।
डॉक्टर पंकज गुप्ता के नेतृत्व में आंदोलन के बाद प्रशासन आया हरकत में, बुलाया वार्ता के लिए।
