ख्वाबों में भी अब
फूल नहीं खिलतें
हम कैसे बताएं
उस से अब हम नहीं मिलेंते
वो अक्सर हमको
तन्हां कर देता है
हम कैसे बताएं
सच कहना अब
जीना मुश्किल कर देता है
जो मुमकिन नहीं है ख्वाबों में
वो भी हकीकत में करना पड़ता है
हम कैसे बताएं
इश्क में जीने के वास्ते
मरना पड़ता है
Abhishek Roy Today Special
