*60 वर्ष की बेवा कमला, बेटी तीन नातिन एवं बेटे बहु एवं पोतो की संभल रही जिम्मेदारी नही मिल रहा बरसो से किसी भी योजनाओ का लाभ*
अरुण जोशी ब्यूरो चीफ बांसवाड़ा
बांसवाड़ा: 60 वर्ष की बेवा कमला, बेटी तीन नातिन एवं बेटे बहु एवं पोतो की संभल रही जिम्मेदारी नही मिल रहा बरसो से किसी भी योजनाओ का लाभ जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत कूपडा मैं जानकारी प्राप्त होने पर चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 वाग्धारा की टीम परिवारजनों से जानकारी लेने पर घर पहुंची तो बड़ी ही दुख भरी दास्तान थी चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 वाग्धारा के जिला समन्वयक परमेश पाटीदार ने बताया कि कमला देवी जिनके पति कमजी गोदा की 20 वर्ष पूर्व मौत चुकी थी। जिनके दो लड़के एवं तीन लड़की है एक लड़की की मृत्यु हो चुकी थी जिसके भी दो लड़के हैं वह मजदूरी करने जाते हैं। परंतु छोटी लड़की नीमा उम्र 32 वर्ष पत्नी सूरज मईडा नीमा का विवाह श्यामपुरा भारतीय खाद्य निगम खाद्य गोदाम बांसवाड़ा में शादी करवाई थी परंतु सबसे छोटी लड़की के अस्पताल में ही जन्म होने के बाद से ही सूरज मईड़ा अस्पताल से ही मजदूरी करने के बहाने से कही चले गए आज तक घर नहीं लोटे सूरज मईडा की पुत्री आकांशी ने बताया कि पिता आज से 11 वर्ष पूर्व ही छोड़कर हमें चलें गए आज तक पता नहीं चला । मेरी मां हमें बांसवाड़ा के कई घरों में बर्तन साफ सफाई कर हमारा पालन पोषण कर रही है मेरी एक बहन ने तो आर्थिक तंगी के अभाव में पढ़ना भी छोड़ दिया। सरकार की योजनाओं के बारे में बताया तो आकाशी ने कहा जानकारी तो थी कि पिता नहीं होने पर हमें सरकार का लाभ मिलता है । परंतु ना तो मेरी मां को पेंशन मिलती है ना हमें पालनहार का लाभ मिलता है एवं खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ भी नहीं मिलता है। ना हमें उज्जवला योजना का लाभ मिला, प्रधानमंत्री आवास का भी नहीं मिला लाभ मेरे मामा हरीश पिता कमजी वह भी एक आंख से दिव्यांग है जन्म से, उनका बेटा भी मुंह से बोलता नहीं है वह भी दिव्यांग एवं मानसिक विक्षिप्त है परंतु एक ही घर में इतनी समस्याएं होने के बावजूद भी हमें आज तक सरकार के किसी योजना का लाभ नहीं मिलता कागज बनाने के चक्कर में हमारे आधे पैसे खर्च हो जाते हैं। चाइल्ड लाइन के टीम सदस्य एवं कमलेश बुनकर घर जाकर समस्त प्रकार की जानकारी एवं बताया कि घर में तीन प्राथीगण दिव्यांग है एवं नीमा देवी के पति के चले जाने पर उक्त परिवारजनों को पालनहार एवं पेंशन से जोड़ना है | उक्त परेशानियों से जूझ रहे परिवार की मदद के लिए हमने सरपंच महोदय, जिला प्रशासन को अवगत करवाकर उन समस्त समस्याओं का निदान किया जाएगा । चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक परमेश पाटीदार ने बताया की उक्त परिवार की समस्यों को लेकर चाइल्ड लाइन के टीम के बासुडा कटारा, निशा चौहान एवं कांतिलाल यादव को जिम्मेदारी देकर परिवार को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओ से जुडाव एवं दिव्यांग पत्र प्रमाण पत्र बनवाने में मदद की जाएगी | ये जानकारी कमलेश बुनकर ने दी।
60 वर्ष की बेवा कमला, बेटी तीन नातिन एवं बेटे बहु एवं पोतो की संभल रही जिम्मेदारी नही मिल रहा बरसो से किसी भी योजनाओ का लाभ
